“जीवन की लीला: जब महलों में दुःख और सड़कों पर खुशहाली हो”

📝 Meta Description:

“यह प्रेरणादायक हिंदी कविता जीवन की सच्चाई को दर्शाती है — जब महलों में दुख और सड़कों पर खुशहाली हो। पढ़ें एक गहरी भावनात्मक अभिव्यक्ति।”

🕉️ जीवन का अद्भुत खेल: सुख-दुख की लीला

“महलों में दुख और सड़कों पर खुशहाली” — यह पंक्ति हमें जीवन की सबसे बड़ी सच्चाई से रूबरू कराती है। हर इंसान अपने भाग्य, कर्म और समय की विचित्रता से गुजरता है। नीचे दी गई कविता इसी असमानता और रहस्य को शब्द देती है।

🌸 कविता:

सुन्दर पंक्तियां
महलों में दुःख देखे,  
सड़कों पे खुशहाली,  
कोई राजा किस्मत का,  
कोई किस्मत से खाली।  
सब तेरी लीला है,  
सब तेरा फ़साना है,  
ओ भूतनाथ बाबा,  
क्या खेल रचाया है।।

🌹 जीवन की विसंगतियाँ:

जीवन की लीला
कोई फूलों पे सो ना सके,  
कोई काँटों पे सोता है,  
कहीं मौत हुई सस्ती,  
कहीं जीवन महँगा है।  
कोई खुशियों में डूबा है,  
कोई ग़म का मारा है।।

🔍 इस कविता से क्या सीखें?

  • जीवन हमेशा न्यायपूर्ण नहीं होता, लेकिन उसका सौंदर्य उसी में है।
  • हर परिस्थिति अस्थायी है — दुख और सुख दोनों।
  • तुलना की बजाय स्वीकार्यता अपनाएं।
  • हर किसी की लीला अलग है — यही ईश्वर की रचना है।

📿 अंत में…

इस कविता की आत्मा हमें यह सिखाती है कि हम सब एक व्यापक योजना का हिस्सा हैं। परमात्मा की लीला को समझ पाना कठिन है, पर उसे अनुभव करना — यही सच्चा जीवन है।

🙏 ओ भूतनाथ बाबा, क्या खेल रचाया है! 🙏


अगर आपको यह कविता और इसका भाव पसंद आया हो, तो कृपया इसे शेयर करें और नीचे कमेंट में बताएं कि आपको कौन सी पंक्ति सबसे ज़्यादा पसंद आई?

1 thought on “<br>“जीवन की लीला: जब महलों में दुःख और सड़कों पर खुशहाली हो””

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top